डिजिटल पेमेंट करने वालों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। अगर आप गूगल पे, फोन पे या पेटीएम जैसे यूपीआई ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। 1 अप्रैल से कुछ खास मोबाइल नंबरों पर ये लोकप्रिय पेमेंट ऐप्स काम करना बंद कर सकते हैं। इसके पीछे की वजह सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक नया नियम लागू करने का फैसला किया है, जिसके तहत इनएक्टिव या पुराने मोबाइल नंबरों को सिस्टम से हटाया जाएगा। तो चलिए, जानते हैं कि क्या है पूरा मामला और आपको क्या सावधानी बरतनी चाहिए।

क्या है नया नियम?
NPCI ने हाल ही में बैंकों और यूपीआई ऐप्स को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने सिस्टम से उन मोबाइल नंबरों को हटा दें, जो लंबे समय से इस्तेमाल नहीं हुए हैं। इसका मतलब है कि अगर आपका नंबर इनएक्टिव है या आपने पिछले 6 महीने से उस नंबर से कोई ट्रांजैक्शन नहीं किया, तो 1 अप्रैल 2025 से आप उस नंबर पर गूगल पे, फोन पे, और पेटीएम जैसे ऐप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। यह कदम डिजिटल लेनदेन को सुरक्षित बनाने और फ्रॉड की घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है। NPCI का कहना है कि ऐसे नंबरों का दुरुपयोग बढ़ रहा है, जिससे यूजर्स को नुकसान हो सकता है।
किन नंबरों पर होगा असर?
यह नियम उन मोबाइल नंबरों पर लागू होगा जो:
- पिछले 6 महीने से बंद हैं या नेटवर्क से बाहर हैं।
- जिनका कोई यूपीआई ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड नहीं है।
- जो सिम कार्ड बदलने या नंबर पोर्ट करने के बाद अपडेट नहीं किए गए।
अगर आपका नंबर इन श्रेणियों में आता है, तो आपको तुरंत सावधान हो जाना चाहिए। NPCI ने बैंकों से हर हफ्ते ऐसे नंबरों की लिस्ट तैयार करने को कहा है, ताकि सिस्टम को अपडेट रखा जा सके।
यूजर्स पर क्या होगा असर?
भारत में गूगल पे, फोन पे, और पेटीएम जैसे ऐप्स रोजमर्रा के लेनदेन का अहम हिस्सा बन चुके हैं। छोटे दुकानदारों से लेकर बड़े व्यापारी तक, हर कोई इनका इस्तेमाल करता है। लेकिन अगर आपका नंबर इस नियम के दायरे में आता है, तो 1 अप्रैल के बाद आप इन ऐप्स से पेमेंट नहीं कर पाएंगे। इससे न सिर्फ आपकी सुविधा प्रभावित होगी, बल्कि जरूरी लेनदेन में भी देरी हो सकती है। खासकर उन लोगों को परेशानी होगी जो पुराने नंबर को अपने बैंक खाते से जोड़े हुए हैं, लेकिन अब उसका इस्तेमाल नहीं करते।
सावधान रहने का तरीका
इस परेशानी से बचने के लिए कुछ आसान कदम उठाए जा सकते हैं। सबसे पहले, अपने गूगल पे, फोन पे, और पेटीएम अकाउंट में लॉगिन करके चेक करें कि आपका रजिस्टर्ड नंबर एक्टिव है या नहीं। अगर आपने नंबर बदला है, तो उसे तुरंत अपडेट करें। दूसरा, अपने बैंक से संपर्क करके यूपीआई से जुड़े नंबर की पुष्टि करें। अगर आपका पुराना नंबर बंद हो गया है, तो उसे हटवाकर नया नंबर लिंक करें। साथ ही, समय-समय पर छोटे-मोटे ट्रांजैक्शन करते रहें, ताकि आपका नंबर इनएक्टिव न माना जाए।
सरकार और NPCI का मकसद
NPCI का यह फैसला डिजिटल पेमेंट सिस्टम को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। पुराने और इनएक्टिव नंबरों को हटाने से साइबर फ्रॉड के मामले कम होंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे यूजर्स का भरोसा भी बढ़ेगा। हालांकि, यूजर्स को इस बदलाव के बारे में पहले से जानकारी देना जरूरी है, ताकि वे तैयार रहें।
निष्कर्ष
हो जाए सावधान, क्योंकि 1 अप्रैल से गूगल पे, फोन पे, और पेटीएम आपके पुराने नंबर पर काम नहीं करेंगे। वजह साफ है—सुरक्षा और सिस्टम की बेहतरी। तो आज ही अपने नंबर की जांच करें और जरूरी बदलाव कर लें, वरना आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। डिजिटल इंडिया में यह एक नई शुरुआत है, लेकिन इसके लिए आपको भी सतर्क रहना होगा।