कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) यानी Employee Pension Scheme, भारत में संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है। यह EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) द्वारा संचालित होती है और रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को मासिक पेंशन प्रदान करती है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि EPS स्कीम क्या है और 2025 में कैसे ले EPS का लाभ, तो यह लेख आपके लिए है। आइए जानते हैं इस स्कीम की पूरी जानकारी और इसके फायदे कैसे उठाएं।

EPS स्कीम क्या है?
EPS स्कीम एक पेंशन योजना है जो 1995 में शुरू की गई थी। इसका मकसद कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा देना है। इस स्कीम के तहत, कर्मचारी की सैलरी का एक हिस्सा हर महीने EPS फंड में जमा होता है। नियोक्ता कर्मचारी की बेसिक सैलरी और डीए का 8.33% (अधिकतम 15,000 रुपये तक) EPS में योगदान देता है। यह स्कीम 58 साल की उम्र के बाद पेंशन देती है, बशर्ते कर्मचारी ने कम से कम 10 साल की नौकरी की हो। इसके अलावा, इसमें विधवा पेंशन, बच्चों की पेंशन और अक्षमता पेंशन जैसे लाभ भी शामिल हैं।
2025 में कैसे लें EPS का लाभ?
2025 में EPS का लाभ लेने के लिए आपको कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे। सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि आपकी नौकरी के दौरान EPS में योगदान हो रहा है। अगर आपकी सैलरी 15,000 रुपये से ज्यादा है, तो भी अधिकतम योगदान की सीमा इसी के आधार पर तय होती है। रिटायरमेंट के समय (58 साल की उम्र) या 10 साल की सेवा पूरी होने पर आप EPS स्कीम सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए फॉर्म 10C या 10D भरना होता है। 2025 में डिजिटल सुविधाओं के बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए EPFO पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन करना ज्यादा आसान हो सकता है। अपने UAN नंबर और आधार को लिंक रखें ताकि प्रक्रिया तेजी से हो।
EPS के लाभ
EPS स्कीम के तहत मासिक पेंशन के अलावा कई फायदे हैं। अगर कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उनके परिवार को पेंशन मिलती है। न्यूनतम पेंशन 1,000 रुपये है, लेकिन 2025 में इसे बढ़ाने की मांग चल रही है। इसके अलावा, 50 साल की उम्र के बाद कम पेंशन लेकर जल्दी रिटायरमेंट का विकल्प भी है।
EPS स्कीम क्या है और 2025 में कैसे लें EPS का लाभ, अब यह साफ है। यह स्कीम रिटायरमेंट के बाद वित्तीय स्थिरता देती है। अपने PF खाते को नियमित चेक करें और समय पर दस्तावेज जमा करें ताकि EPS का पूरा लाभ मिल सके।